ALL WAYS WITH YOU

Breaking

Monday, April 8, 2019

दुखों से लड़ने के चार गुप्त तरीक़े -ज़रूर पढ़ना ??


Third party image reference
इस दुनिया में आज तक ऐसा कोई व्यक्ति नहीं हुआ जिसने कठिन स्थिति का सामना नहीं किया होगा, यहाँ तक कि देश के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जिनके पास पढ़ने के लिए पैसे तक नहीं थे तब उनकी बहन ने अपने गहने बेचकर कलाम का दाख़िला कॉलेज में करवाया था। ऐसे कई लोग पहले भी जन्म ले चुके है जिन्होंने कठिन समय को ही अपनी ताक़त बना डाला था।

Third party image reference
गाँधी ने एक बात कही थी कि मेरी आज्ञा के बिना कोई भी व्यक्ति मेरा मन नहीं दुःखा सकता, पौराणिक घटनाओं से भी यह बात मालूम होती है गांधीजी में गज़ब की शक्ति थी उनके जितना सहनशील होने शायद हमें दस जन्म लेने पड़ जाए। भगवान बुद्ध ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि मनुष्य के दुःख का सबसे बड़ा कारण उसका मन ही है जो व्यक्ति को सुख एवं दुःख का अनुभव करवाता है।
यदि आप भी किसी कारण से दुखी है तो नीचे बताई गयी बातों को बड़ी बारीकी से समझे और अपने जीवन में लागू करें, मुझे उम्मीद है कि यह जानने के बाद आप कभी दुखी नहीं होंगे।

Third party image reference
  • वर्तमान के समय में यदि आपको सुखी जीवन व्यतीत करना है तो अपने दिल और दिमाग को मजबूत बना दो क्योंकि आगे आपको बहुत सारे ऐसे लोग मिलेंगे जो आपको ठेस पहुँचा सकते है लेकिन जब आपका मन मजबूत होगा तब उनकी बातों का आपके ऊपर कोई असर ही नहीं पड़ेगा।
  • जो व्यक्ति आपकी क़दर नहीं करता उसके लिए आँसू मत बहाओं क्योंकि अपने लोग कभी आपको दुखी कर ही नहीं सकते। बुरा समय इंसान को जीवन के असल मूल्य समझा जाता है इसलिए इस बात को स्वीकार करते हुए अपने लक्ष्य पर ध्यान को केंद्रित करों।
  • वर्तमान की बात करें तो सुखी वहीं है जिसके पास धन एवं नाम है इसलिए यदि आप भी इन दोनों चीज़ों को प्राप्त करना चाहते हो, तो फ़ालतू की बातों को भूलकर इसी कार्य के पीछे लग जाए।
  • इस दुनिया में दो ही ऐसे लोग होंगे जो बुरे समय में आपका साथ देंगे और वे आपका माता-पीता इसलिए उनका सम्मान करना सिखों क्योंकि उन्होंने आपको जीवन देने के लिए पूरी जिंदगी दाव पर लगा दी।
मित्रों, यदि ऐसी जानकारी पढ़ना पसंद करते हो तो नीचे दिया गया फॉलो एवं लाइक बटन अवश्य दबाए। यदि आपके पास कोई सुझाव है तो नीचे कमेंट करके ज़रूर बताए क्योंकि हमे आपकी मदद करके जो ख़ुशी मिलती है उसे शब्दों में बता पाना बेहद कठिन है।

No comments:

Post a Comment