जब इंसान किसी बात से दुखी होता है तब उसे कुछ समझ नहीं आता, ऐसे समय में जब हमको कोई सलाह देता है तो वह भी सुनने की इच्छा नहीं होती। दरअसल सभी दुखों का मुख्य कारण इंसान का मन ही होता है यह मन ही व्यक्ति को सुख और दुःख का अनुभव करवाता है भगवान बुद्ध के अनुसार व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है।
मनुष्य जैसा सोचता है वैसा ही बनने लगता है यह एक अटल सत्य है जब आपका समय बुरा चल रहा हो, तब ऐसे समय में अपने दिल की कभी मत सुनना क्योंकि दिल के द्वारा लिए गए कई फ़ैसले ग़लत भी हो सकते है। हमारा मन हर समय भटकता रहता है उसको जो पसंद हो वो हम खाते है लेकिन जब बात सही और ग़लत की आती है तब बुद्धि निर्णय करती है।
इसी कारण से बुद्धि हमेशा मन से आगे होती है जब आपका समय खराब चल रहा हो, उस समय समस्या को हल करने का रास्ता बुद्धि ही दे सकती है। जबकि मन के कारण व्यक्ति अधिक दुखी हो जाता है।
इसलिए बुरे समय में बुद्धि का प्रयोग ही आपको बचा सकता है मित्रों, जब आपके ऊपर कोई समस्या आती है तब आप किसकी सुनते हो? अपना जवाब कमेन्ट करके ज़रूर बताए।
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