महान पंडित चाणक्य के अनुसार सच्चे और झूठे लोगो को किस तरह से पहचाना जा सकता है चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र बहुत ही मसूर है चाणक्य ने अपने ग्रंथो में मनुष्य से जुड़ी कही बाते कही है जिसमे उन्होंने सच्चे और झूठे लोगो को कैसे पहचाना जा सकता है दोस्तों हम अपनी आँख बंद कर के भी अपनों पर भरोसा करते है और वो लोग ही हमारा भरोसा तोड़ देते है इसीलिए भरोसा करने से पहले इस निति को जरूर अपनाय
1) नौकर को कैसे पहचाने

दोस्तों महान पंडित चाणक्य के अनुसार अगर हमें अपने नौकर की पहचान करनी हो तो आपको नौकर की परीक्षा तब लानी चाहिए जब वह कर्त्तव्य का पालन न कर रहा हो
2) रिश्तेदारों को कैसे पहचाने

दोस्तों अगर हमें अपने रिश्तेदारों को परख ना हो तो हमें रिश्तेदार की परीक्षा तब करनी चाइये जब आप मुसीबत मे हो और आपके अपने ही आपकी मदद करने से मुँह मोड़ ले
3) मित्र को कैसे पहचाने

दोस्तों हमारी जिंदगी में हम अपने दोस्तों को वो सारी बातें करते है जो हमारे दिल में होती है लेकिन अगर वो दोस्त अगर अपने इर्षा करता हो तो वो आपको कभी भी धोखा दे सकता है इसीलिए दोस्तों बनाने से पहले मित्र की परीक्षा विपरीत परिस्थितियों मे करें
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