भगवान ने करोडो देवी देवता का निर्माण किया है और उसके साथ ही कई मायावी शक्तिया बनायीं है। भगवान की बनायीं इन मायावी शक्तियों में बहुत ताकत है इन शक्तियों से आज तक देवता भी नहीं बच सके, अगर इन शक्तियों को समज लिया तो दुनिया की कोई ताकत आपको हरा नहीं आप जो करना चाहते हो वो कर सकते हो अगर इन शक्तियों का सही जगह सही तरह से इस्तमाल जाना चाइये नहीं तो ये शक्ति आपका विनाश का कारण बन जाएगी
क्रोध:-

क्रोध एक ऐसी शक्ति है जो मनुष्य की आयु को कम करती है अगर हम क्रोध में आकर कोई भी गलत निर्णय ले लेते हैं तो हमें बहुत कष्ट उठाना पड़ता है इसीलिए भगवान की बनाई हुई सबसे शक्तिशाली और सबसे विनाशकारी मायावी शक्तियों में से एक है क्रोध, दोस्तों अगर हम अपने क्रोध पर काबू कर ले तो दुनिया की ऐसी कोई ताकत नहीं है जो आपको हरा सके भगवान शिव में भी क्रोध की ज्वाला है लेकिन फिर भी वह देवों के देव है क्योंकि भगवान को तभी क्रोध आता है जब कोई बहुत बड़ा संकट आने वाला हूं इसीलिए दोस्तों क्रोध को वश में करो और सही जगह पर उसका इस्तेमाल करो क्रोध तभी करो जब उसकी आवश्यकता हो क्रोध में इंसान की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है
मन

भगवत गीता में मन को मनुष्य का सबसे बड़ा मित्र माना गया है और सबसे बड़ा शत्रु भी माना गया हैं पुराणों के अनुसार मनुष्य को अपने मन पर काबू करना चाहिए क्योंकि अगर हम अपने मन पर काबू नहीं कर सकते तो हमारा मन हर तरह की परिस्थितियों से कमजोर हो जाएगा आप ही सोच कर देखिए अगर कोई भी काम कर रहे हो और आपके मन में हजारों तरीके की बातें चल रही है उस काम पर ध्यान कैसे दोगे इसीलिए कई बच्चे पढ़ाई में आगे नहीं बढ़ सकते जब तक वह अपने मन पर काबू ना कर ले तब तक जब हमारा मन ही हमारे साथ नहीं है तो सोचिए कि हम मन के साथ कैसे रह सकते हैं क्रोध पर विजय पाने के लिए मन को काबू करना बहुत ही जरूरी है सबसे पहले आप अपने मन को अपना सबसे अच्छा मित्र बनाइए क्योंकि मन ना तो आपको धोखा देगा कभी और ना ही आपसे कभी झूठ बोलेंगे
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